पूूंजीवाद एक ऐसी आर्थिक व्यवस्था...
पूूंजीवाद एक ऐसी आर्थिक व्यवस्था है जिसमें उत्पादन के साधनों का स्वामित्व निजी व्यक्तियों या संस्थाओं के पास होता है। इस प्रकार की अर्थव्यवस्था में, आर्थिक गतिविधियों को बाजार के नियमों द्वारा नियंत्रित किया जाता है। पूूंजीवाद की कुछ खूबियों में शामिल हैं: उत्पादकता और नवाचार में वृद्धि: पूूंजीवाद में, व्यवसाय अपने लाभ को अधिकतम करने के लिए प्रतिस्पर्धा करते हैं। इससे उत्पादकता और नवाचार में वृद्धि होती है। उपभोक्ताओं के लिए विकल्पों की विविधता: पूूंजीवाद में, कई व्यवसाय एक ही वस्तु या सेवा प्रदान करते हैं। इससे उपभोक्ताओं के लिए विकल्पों की विविधता होती है। व्यक्तिगत स्वतंत्रता: पूूंजीवाद में, व्यक्ति अपने व्यवसाय शुरू करने और अपनी संपत्ति का उपयोग करने के लिए स्वतंत्र होते हैं। इससे व्यक्तिगत स्वतंत्रता बढ़ती है। पूूंजीवाद की कुछ खामियों में शामिल हैं: असमानता: पूूंजीवाद में, कुछ लोग अधिक धन अर्जित करते हैं, जबकि अन्य कम धन अर्जित करते हैं। इससे असमानता बढ़ सकती है। पर्यावरणीय क्षति: पूूंजीवाद में, उत्पादन के लिए प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग किया जाता है। इससे पर्यावरणीय क्षति हो सकती है। बा…